आईपीएल 2025 की शुरुआती Trends – बल्लेबाजों का अब तक का दवदवा
IPL 2025 TRENDS
22 मार्च से आईपीएल 2025 यानि क्रिकेट के महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है, और पहला हफ्ता बीतते ही यह साफ हो गया है कि इस बार भी बल्लेबाजों का दबदबा कायम रहने वाला है। पिछले सीजन यानी 2024 की बात करें तो बल्ले और गेंद के बीच एक ऐतिहासिक जंग देखने को मिली थी, जहां बल्लेबाजों ने गेंदबाजों पर पूरी तरह से हावी होकर रिकॉर्ड तोड़ स्कोर बनाए, छक्कों की बरसात की और रन-रेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
सनराइजर्स हैदराबाद और कोलकाता नाइट राइडर्स जैसी टीमों ने पावरप्ले में बल्लेबाजी को नए आयाम दिए, और संयोग से ये दोनों टीमें पिछले सीजन की फाइनलिस्ट भी थीं। 2025 का संस्करण का भी धमाकेदार अंदाज में हुआ है, और पहले सप्ताह के प्रदर्शन को देखकर लगता है कि बल्लेबाजों ने इस बार अपनी दहाड़ को और तेज कर दिया है।
रन-रेट ने छुआ नया शिखर
पिछले सीजन में अगर बल्लेबाजों ने बल्ले से के2 जैसी ऊंचाई को छुआ था, तो इस बार वे माउंट एवरेस्ट की चढ़ाई के लिए तैयार दिख रहे हैं! इस सीजन के पहले 10 मैचों में कुल रन-रेट 9.91 का रहा है, जो पिछले साल इसी अवधि के 9.53 की तुलना में काफी बेहतर है। इस बार बल्लेबाजी का स्तर कुछ ऐसा रहा है कि गेंदबाजों को संभलने का मौका ही नहीं मिला। जहां आईपीएल 2024 के पहले 10 मैचों में 194 छक्के देखने को मिले थे, वहीं इस बार यह आंकड़ा 204 तक पहुंच गया है। पिछले साल पहले 10 मैचों में 5 बार 200 रनों का आंकड़ा पार हुआ था, लेकिन इस सीजन में यह उपलब्धि 6 बार हासिल की जा चुकी है। यह आंकड़े साफ तौर पर बताते हैं कि बल्लेबाज इस बार पहले से कहीं ज्यादा आक्रामक और आत्मविश्वास से भरे हुए हैं।
पावरप्ले में तावलतोड धुनाई
आईपीएल 2024 की सबसे बड़ी खासियत थी पावरप्ले में बल्लेबाजों ने कहर बरपाया । पहले छह ओवरों में टीमें पूरी तरह से आक्रामक रुख अपनाती थीं, और रनों को अधिकतम करने की रणनीति ने खेल का रंग बदल दिया था। विकेट बचाकर बाद में तेजी लाने का पुराना तरीका अब इतिहास बन चुका है। पिछले सीजन के पहले 10 मैचों में पावरप्ले का रन-रेट 9.34 था, और जिन टीमों ने इस दौरान सबसे ज्यादा रन बटोरे, उनका सफलता से गहरा नाता रहा। सनराइजर्स हैदराबाद और कोलकाता नाइट राइडर्स ने पावरप्ले में सबसे ज्यादा तबाही मचाई थी, और यह कोई आश्चर्य की बात नहीं थी कि ये दोनों टीमें फाइनल में आमने-सामने थीं। लेकिन 2025 में यह आंकड़ा और भी हैरान करने वाला है। इस बार पहले 10 मैचों में पावरप्ले का औसत रन-रेट 10.2 तक पहुंच गया है। टूर्नामेंट में अब तक छह बार टीमें पावरप्ले में 70 या उससे ज्यादा रन बना चुकी हैं। यह आंकड़े बल्लेबाजों की नई सोच और गेंदबाजों की बेबसी को दर्शाते हैं।
लक्ष्य का पीछा करने वाली टीमों का हल्का फायदा
इस सीजन के पहले 10 मैचों में से 6 बार लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम जीती है, जो ऐतिहासिक रुझानों के अनुरूप है। आईपीएल में हमेशा से दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीमों को थोड़ा लाभ मिलता रहा है। लेकिन इस बार कप्तानों की पसंद और साफ हो गई है। टॉस जीतने वाले कप्तान ने 9 बार लक्ष्य का पीछा करने का फैसला किया है, जो बताता है कि इस सीजन में दूसरी पारी में बल्लेबाजी को कितना तरजीह दी जा रही है।
बाएं हाथ के बल्लेबाजों का जलवा-निकोलस पूरन
इस सीजन के अब तक के तीन सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बाएं हाथ के हैं। निकोलस पूरन इस सीजन के सबसे प्रभावशाली बल्लेबाज बनकर उभरे हैं। लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए उन्होंने अपने पहले दो मैचों में शानदार प्रदर्शन किया है। विशाखापत्तनम में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ उन्होंने केवल 30 गेंदों में 75 रनों की धुआंधार पारी खेली, और फिर हैदराबाद में सनराइजर्स के खिलाफ 191 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 26 गेंदों में 70 रन ठोक डाले। उनकी बल्लेबाजी की खासियत रही है उनकी साफ-सुथरी हिटिंग। पूरन ने इस सीजन की अपनी दो पारियों में कुल 13 छक्के जड़े हैं, जो उनकी आक्रामकता का सबूत है।
स्पिनरों का दबदबा, तेज गेंदबाजों की चुनौती
इस सीजन में अब तक स्पिनरों ने 54 विकेट लिए हैं, जिनका औसत 28.7, स्ट्राइक रेट 18.7 और इकॉनमी 9.18 रहा है। दूसरी ओर, तेज गेंदबाजों ने 69 विकेट हासिल किए हैं, लेकिन उनका औसत 31.7, स्ट्राइक रेट 18.4 और इकॉनमी 10.28 रहा है। यह आंकड़े बताते हैं कि स्पिनर इस बार तेज गेंदबाजों की तुलना में ज्यादा किफायती और प्रभावी रहे हैं।
तीन बड़ी टीमों का संघर्ष :
आईपीएल के 18वें सीजन में अभी शुरुआती दिन हैं, लेकिन कुछ रोचक रुझान सामने आ रहे हैं। मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स – ये तीन बड़ी टीमें, जिनके नाम 17 में से 13 खिताब हैं – इस बार टूर्नामेंट की शुरुआत में थोड़ा लड़खड़ा रही हैं। मुंबई की बल्लेबाजी दोनों मैचों में कमजोर रही है, और जसप्रीत बुमराह के बिना उनकी गेंदबाजी में भी धार नहीं दिख रही। चेन्नई की बल्लेबाजी भी रचिन रविंद्र और ऋतुराज गायकवाड़ पर बहुत ज्यादा निर्भर है। मौजूदा चैंपियन कोलकाता को अपने मध्यक्रम – रिंकू सिंह, वेंकटेश अय्यर और आंद्रे रसेल – से बेहतर प्रदर्शन की जरूरत है, ताकि वे सनराइजर्स, दिल्ली कैपिटल्स और लखनऊ जैसी मजबूत बल्लेबाजी लाइन-अप वाली टीमों से मुकाबला कर सकें। चेन्नई की तरह कोलकाता ने भी एक मैच जीता और एक हारा है। दूसरी ओर, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और दिल्ली कैपिटल्स इस सीजन की सबसे मजबूत टीमें नजर आ रही हैं, और दोनों ने अपने शुरुआती दो मैच जीते हैं। मजेदार बात यह है कि ये दोनों टीमें अभी तक आईपीएल खिताब नहीं जीत पाई हैं!